IPL: नहीं हुए मुकाबले तो तीन भारतीय खिलाड़ियों को लग सकता है झटका!


कोरोना वायरस के कारण पूरा विश्व सकते में है। संक्रमित लोगों के साथ मृत्कों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इस वायरस के कारण कहीं भी कोई इवेंट नहीं हो पा रहे हैं, इसका असर क्रिकेट के सबसे बड़ी लीग आईपीएल पर भी पड़ा है। बीसीसीआई ने इसे अगले आदेश तक टाल दिया है। टूर्नामेंट को लेकर कई तरह की अटकलें लगाए जा रही हैं, जिसमें इसके होने न होने को लेकर अलग अलग खबरें आ रही हैं।

अगर इस बार आईपीएल का टूर्नामेंट नहीं हो पाता है तो  भारत के तीन बड़े खिलाड़ियों के टी20 विश्व कप में खेलने को लेकर बड़ा संकट पैदा हो सकता है। जो कि इस साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाला है। हालाकि संशय के बादल तो यहां भी मंडरा रहे हैं।

संजू सैमसन

लोकेश राहुल ने जब से विकेट के पीछे जिम्मेदारी संभाली है तब से अतिरिक्त विकेटकीपर की भूमिका से संजू सैमसन बाहर होते चले गए हैं। ऋषभ पंत टीम में अन्य विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे हैं। सैमसन को खुद को साबित करने के मौके तो मिले लेकिन उसे भूना नहीं पाए। ऐसे में उनकी उम्मीदें आईपीएल पर ही टिकी हैं, यहां वो अपनी बल्लेबाजी से दूसरों को फिर से प्रभावित करने की पूरी कोशिश करते। अब अगर आईपीएल पर ग्रहण लगता है तो सैमसन भी एक पायदान पीछे खिसक जाएंगे।

शिवम दुबे/विजय शंकर

भारतीय टीम में तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की भूमिका अहम रही है जिसकी भरपाई हार्दिक पांड्या ने बखुबी की है। वनडे विश्व कप के बाद चोटिल पांड्या की जगह शिवम दुबे को कई मौके दिए गए। बल्लेबाजी में उन्होंने कुछ हाथ दिखाए लेकिन उनकी गेंदबाजी में अभी भी धार नहीं दिख रही। वो आईपीएल में इस कमजोरी पर ज्यादा काम करते। कुछ ऐसा ही हाल विजय शंकर की भी रहा है। चोट के कारण विश्व कप से बाहर हुए तो फिर वापसी का मौका नहीं मिल पाया। हालांकि इस बीच उन्होंने इंडिया ए की ओर से कुछ पारियां खेल वापसी के संकेत दिए। आईपीएल के होने या न होने की जो भी स्थिति हो किसी एक के हाथों मायूसी लगनी तय है।

महेन्द्र सिंह धोनी

इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम महेन्द्र सिंह धोनी का है। हर कोई जानता है कि संन्यास के दहलीज पर खड़े धोनी के लिए यह टूर्नामेंट कितना अहम है। कोच रवि शास्त्री के साथ-साथ टीम इंडिया के थिंक टैंक ने यह बातें कई बार दोहराई हैं कि धोनी की वापसी आईपीएल के फॉर्म पर टिकी है। विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए टीम को उनकी जरूरत तो है लेकिन बिना मैच प्रैक्टिस के शायद यह संभव न हो पाए। आईपीएल को उनके मैच प्रैक्टिस के हिसाब से देखा जा रहा था और अगर इस टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो पाता है तो शायद धोनी को विदाई मैच खेलने का मौका ही न मिले।

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